विद्यार्थियो, इन्हें अपनाओ और सदा सुख पाओ! (Part – 8)

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  • विद्यार्थियो, इसके अतिरिक्त अन्य भी ऐसे बहुत-से वैज्ञानिक, विशेषतौर पर शरीर विज्ञान के ज्ञाता हैं जिन्होंने पुनर्जन्म के वृत्तान्तों की जाँच करके उनका संग्रह किया है, हिप्रोटिक रिग्रेशन अर्थात् सम्मोहन द्वारा किसी व्यक्ति की चेतना अपने पूर्व जन्म की अवस्था में ले जाकर उन व्यक्तियों के पूर्व जन्मों के उल्लेखें के संग्रह भी प्रकाशित किये हैं तथा शरीर से कुछ काल तक अलग होने की दास्तानों को जिन्होंने बताया है, उनकी जाँच करके उनके संग्रह भी प्रकाशित किये हैं। इसके अलावा युक्ति के आधार पर भी यह स्पष्ट किया जा सकता है कि शरीर से भिन्न आत्मा नाम की चेतना सत्ता है।

  • अत विद्यार्थियो, अब आप इस तथ्य पर स्वतंत्र रूप से विचार करो और इसका अनुभव करने के लिए जो सहज विधि है, उसका प्रयोग करके देखो और तब निर्णय करो कि आप वास्तव में कौन हो? विद्यार्थियो, अपने स्वरूप के विषय में इस सत्य को अपनाओ और सदा सुख पाओ।
आपका प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में तहे दिल से स्वागत है।

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